Black Pepper काली मिर्च (गोलकी) के घरेलू उपचार हिंदी में

Black Pepper : काली मिर्च (गोलकी) के घरेलू उपचार हिंदी में

Health Tips

काली मिर्च (Black Pepper) :- इसका उपयोग घर में सब्जी में डालने और बहुत सारे चीजों में किया जाता है | यह लगभग सभी घरों में आसानी में मिल जाता है | सब्जी बनाने के साथ – साथ इसका उपयोग घरेलु उपचार भी खुद से घर पर कर सकते है | आज हम इस लेख में आपको काली मिर्च का घरेलु उपचार बताने वाले है|


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अभी के समय यानि की बरसात के मौसम और ठंडी के मौसम में हर घर में कोई न कोई सर्दी खांसी से परेशान रहते है | सर्दी, खांसी से निजात पाने के लिए पहले घरेलु उपचार में काली मिर्च का उपयोग कर सकते है | यह सर्दी खांसी का बेहतरीन घरेलू नुस्खा है | 

काली मिर्च (Black Pepper)  का घरेलु उपचार निम्न प्रकार है :-

खाँसी अधिक आने पर यदि सो नहीं पा रहे हों तो 1-2 कालीमिर्च मुँह में रखकर चूसते रहें, खाँसी में बहुत आराम हो जाएगा तथा नींद भी आ जाएगी।

  • थोड़ा अदरक और 3-4 काली मिर्च मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से खाँसी में तुरन्त लाभ होता है | चाय के जगह पर इसका प्रयोग कर सकते हैं।
  • शीतपित्त होने पर 4-5 काली मिर्च पीसकर उसमें एक चम्मच गुनगुने घी और शक्कर मिलाकर पिलाने पर लाभ मिलेगा।
  • खाँसी के साथ कमजोरी भी हो तो 20 ग्राम काली मिर्च, 100 ग्राम बादाम, 150 ग्राम देशी खांड या मिश्री मिलाकर उसे कूटकर पाउडर बना कर  शीशी में भरकर रख लें | 1 ग्राम प्रातः सायं गुनगुने दूध या गुनगुने पानी के साथ लेने से पुरानी खाँसी ठीक होती है। इससे कमजोरी में भी लाभ होता है।
  • हिचकी या सिरदर्द में काली मिर्च के 3-4 दानों को जलाकर उसके धुएँ को सूंघने से लाभ मिलता है।
  • 1/2 चम्मच काली मिर्च को आधा चम्मच देशी गाय के घी में भूनकर सुबह – शाम भोजन के बाद सेवन करने से कफ खाँसी में लाभ होता है।

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काली मिर्च (गोलकी) फायदे हिंदी में :-

  • 1 चम्मच नींबू रस, 1 चम्मच शहद और 1 चुटकी काली मिर्च पाउडर इन सभी को एक गिलास गुनगुना पानी में मिलाकर प्रतिदिन सेवन करने से मोटापे की समस्या धीरे – धीरे कम होती है।
  • 1-2 चम्मच काली मिर्च पाउडर को 3-4 चम्मच गाय के घी में मिलाकर प्रभावित स्थान पर हल्के हाथ से मालिश करें। यह प्रक्रिया एक महीने तक दोहराने से लकवा रोग में लाभ होता है।
  • 5 दाना काली मिर्च, 4 चम्मच खांड तथा 4 चम्मच देशी गाय घी को मिलाकर प्रातः एवं सायं खाली पेट सेवन करने से शीतपित्त में लाभ होता है।

नोट :- यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है | किसी भी चीज का सेवन करने से पहले चिकित्सक परामर्श जरूर ले लें | 

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